Alumni NAAC NIRF AQAR विशेष आवश्यकता संपर्क सूत्र

कार्यक्रम

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प्रकाशनाथ
28 फरवरी प्रकाशनाथ
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में रोवर्स रेंजर्स के पाँच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन ध्वजारोहण के उपरान्त भारत स्काउट गाइड के जिला आयुक्त एवं मुख्य अतिथि डॉ. अरूण कुमार सिंह ने प्रशिक्षणर्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्काउट हमें प्रेरित करता है कि समूह भावना के साथ सदैव राष्ट्र की प्रगति में हमें अपना योगदान सुनिश्चित करते रहना होगा। क्योंकि बिना संगठित हुए हम किसी भावी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते। इसके उपरांत उन्होंने शिविर का निरिक्षण कर विद्यार्थियों का उत्साहवर्द्धन किया तथा सफलता हेतु शुभकानायें प्रेषित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत रोवर्स-रंजे र्स प्रशिक्षक श्री सरू ज गौतम (रोवर्स), सुश्री दुर्गावती (रेजं र्स) ने प्रशिक्षुआं े से एक अच्छ े स्काउट गाइड बनने की अपील की तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा प्रशिक्षण के उपरान्त जीवन में एक अच्छे नागरिक बनने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के उप-प्राचार्य डॉ. विजय कुमार चौधरी ने की इस दौरान उन्होने मुख्य अतिथि के प्रति आभार प्रकट करते हुए शिविरार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त शिक्षा को समाज के उत्थान के लिए अपनी अग्रणी भूमिका निभावें। कार्यक्रम का संचालन रोवर्स रेंजर्स प्रभारी श्री बृजभूषण लाल ने की। इस अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। इसी क्रम मे ं सायंकालीन सत्र मे ं शिविरार्थियांे ने मतदाता जागरूकता रैली निकाली और महाविद्यालय के निकट के ग्रामीण क्षेत्र में लोगों से मतदान करने की अपील की
📅 03-Jul-2023   | 📌 सत्र: 2021
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राष्ट्रीय शिक्षा नीतिः संकल्प से सिद्धि तकष् विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ
राष्ट्रीय शिक्षा नीतिः संकल्प से सिद्धि तकष् विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ
गोरखपुरए 7 अक्टूबर। गोपाल नारायन सिंह विश्वविद्यालयए सासारामए बिहार के कुलपति प्रोण् हरिकेश सिंह ने कहा कि ष्ष्राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। यह नीति लोक कल्याण के संकल्प से परिपूर्ण है। स्वतंत्रता के पश्चात् यह भारत के शिक्षा ढाँचे में बड़ा सुधार है। प्रोण् हरिकेश सिंह शनिवार को महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसडए गोरखपुर के बीण् एडण् विभाग के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ष्राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 रू संकल्प से सिद्धि तकष् के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह की अध्यक्ष दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालयए गोरखपुर की कुलपति प्रोण् पूनम टंडन तथा विशिष्ट अतिथि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालयए गोरखपुर के शिक्षा संकाय के संकायाध्यक्ष प्रोण् शोभा गौंड के साथ मां सरस्वती और भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय संगोष्ठी का विधिवत् उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्राण्े सिंह ने कहा कि ष्ष्राष्ट्रीय शिक्षा नीति की प्रमुख विशेषताओं में कला तथा विज्ञान के बीचए पाठ्यचर्या एवं पाठ्येतर गतिविधियों के बीचए व्यावसायिक एवं शैक्षणिक धाराओं के बीच सम्बन्ध पर बल भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर ज़ोरए एक नए राष्ट्रीय मूल्यांकन केंद्र की स्थापना तथा वंचित क्षेत्रों और समूहों के लिये एक समावेशन शामिल है आगे उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों की अति महत्वपूर्ण भूमिका है और भारतीय शिक्षकों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने एवं इसके अनुरूप पढ़ाने जैसी नई चुनौतियों को स्वीकार कर शैक्षिक परिदृश्य में एक नई रोशनी दिखाई है।
📅 12-May-2023   | 📌 सत्र: 2023-24
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प्रकाशनार्थ
13 अप्रैल प्रकाशनार्थ
एन. सी. सी. कैडेट्स के अन्दर जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने और अपने आसपास के समस्त जल स्रोतो ं को साफ सुथरा रखने के उद्देश्य से महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़ में संचालित 45वीं यू. पी. एन. सी. सी. बटालियन और 15वीं यू. पी. एन. सी. सी. गर्ल्स बटालियन की इकाइयों द्वारा संयुक्त रूप से पुनीत सागर अभियान के तहत एक व्याख्यान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इस कार्यक्रम को संचालित कर रहे महाविद्यालय के एन. सी. सी. प्रभारी एवं 45वीं यू. पी. एन. सी. सी. बटालियन की इकाई के सी.टी.ओ. श्री रमाकान्त दुबे ने कहा कि कि एन. सी. सी. अपन े कैडेट्स मे ं नेतृत्व के सभी गुणो ं का विकास करती ह ै और यह कार्यक्रम उनके सामाजिक नेतृत्व को आगे बढ़ाएगा. उन्होंने आगे बताया कि एनसीसी हमारे देश के समस्त जल स्रोतों को साफ सुथरा रखने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चला रही है। जिसका नाम पुनीत सागर अभियान रखा गया है। हमारे एनसीसी कैडेट्स इस अभियान में सक्रिय हिस्सा लेकर अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वाहन करना सीख रहे हैं जिससे कि आगे जाकर वह अच्छे नागरिक बनें और अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक पूर्ण करे।
📅 12-May-2023   | 📌 सत्र: 2021
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नारी सशक्तिकरण
11 अप्रैल नारी सशक्तिकरण
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर के बी.एड्. विभाग द्वारा मिशन शक्ति के अन्तर्गत नारी सशक्तिकरण विषय पर विभाग द्वारा गोद लिए ग्राम मंझरिया एवं जंगल धूसड़, चौराहे पर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बाल विवाह, कन्या भू्रण हत्या, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नारी घरेलू हिंसा विषय पर नाटक प्रस्तुत किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामवासियों को नारी सशक्तिकरण व कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूक होने का संकल्प बोध कराया गया।
📅 12-May-2023   | 📌 सत्र: 2021
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प्रकाशनार्थ
9अप्रैलप्रकाशनार्थ
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में वाणिज्य विभाग के अन्तर्गत गोद लिए गए गाँव तिनकोनिया नं.-2 में स्वावलम्बी ग्राम योजना के तहत आज चित्रकला प्रतियोगिता व मेंहदी डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में गाँव के बच्चा ें न े व मेहं दी डिजाइन प्रतियोगिता मे ं गाँव की महिलाओं ने प्रतिभाग किया। महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा अधिग्रहित ग्राम में संचालित विभिन्न शिक्षण केन्द्रो ं में अध्ययनरत विद्यार्थियों मंे से चित्रकला प्रतियोगिता के अन्तर्गत कक्षा 6 की विद्यार्थी अनिता प्रजापति ने प्रथम, कक्षा 2 की विद्यार्थी प्रिया चौधरी ने द्वितीय व कक्षा-7 के विद्यार्थी अतुल निषाद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मेंहदी डिजाइन प्रतियाेि गता मे ं श्रीमती शीला देवी न े प्रथम, श्रीमती गिरजा देवी न े द्वितीय व श्रीमती गुडिय़ ा दवे ी न े तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के अन्त मे ं वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य श्री सिद्धार्थ शुक्ल ने सभी स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को शुभकामना के साथ प्रोत्साहन पुरस्कार दिया।
📅 12-May-2023   | 📌 सत्र: 2021
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ग्राम मंझरिया में स्वास्थ्य शिविर
9अप्रैलग्राम मंझरिया में स्वास्थ्य शिविर
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में बी.एड्. विभाग के तत्वावधान में बी.एड्. विभाग द्वारा आयोजित ग्राम मंझरिया में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। बी.एड्. विभाग द्वारा गोद लिए ग्राम मंझरिया में ‘मिशन मंझरिया’ के अन्तर्गत शिक्षा, साक्षरता एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्य विगत पांच वर्षों से निरन्तर किये जा रहे हैं। उसी अनुक्रम में आज दिनांक 09.04.2022 को गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय क े डॉ. जितेन्द्र कुमार मिश्रा के निर्देशन मे ं स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। ग्राम मंझरिया के ग्रामीण महिलाओ,ं पुरूषों एवं बालकों/बालिकाओं के स्वास्थ्य जाँच की गयी। स्वास्थ्य परीक्षण में खून जाँच, ब्लड प्रेशर, शुगर आदि की जाँच की गयी।
📅 12-May-2023   | 📌 सत्र:
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5अप्रैलप्रकाशनार्थ
5अप्रैलप्रकाशनार्थ
ाारतीय शिक्षा प्रणाली में समावेशन का पक्ष एक सकारात्मक भाव लिए हुए है। इसका मूल उद्देश्य विशिष्ट विद्यार्थियों को सामान्य विद्यार्थियों के साथ लाकर समग्र रूप से समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है। भारत के संविधान की प्रस्तावना का मूल ‘हम भारत के लोग’ का समावेशी शिक्षा की अवधारणा असल रूप में जमीन पर उतारने का सफल प्रयास है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय इस तरफ निरन्तर प्रयत्नशील है। उक्त बातें महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर के बी.एड्. विभाग द्वारा आयोजित ‘समावेशी शिक्षा: संवैधानिक प्रावधान विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन बी.एड्. विभाग के सहायक आचार्य श्री अभिषेक त्रिपाठी ने कहीं। मुख्य वक्ता के रूप में उद्बोधन देते हुए उन्होनं े संवैधानिक प्रावधानो ं की तरफ इशारा करते हुए क्रमशः भारतीय पुर्नवास परिषद अधिनियम (1992), निःशक्त जन अधिनियम (1995), राष्ट्रीय न्यास परिषद अधिनियम (1999) और निःशक्त जन अधिनियम (2016) के शैक्षिक पहलुओ ं पर जोर दिया तथा भारत सरकार द्वारा शुरू किये गये ‘सुगम्य भारत अभियान (2015)’ का जिक्र करते हुए बताया कि इस अभियान का उद्देश्य विशिष्ट जनो ं को शैक्षिक सुगम्यता, यातायात में सुगम्यता और डिजिटल स्तर पर सुगम्यता प्रदान करना है। दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन 52 छात्राध्यापक/छात्राध्यापिकाओं सहित विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित रहे।
📅 12-May-2023   | 📌 सत्र: 2021
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प्रकाशनार्थ
23मार्च प्रकाशनार्थ
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में 22-25 मार्च 2022 तक चलने वाले वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव के दूसरे दिन महिला और पुरूष वर्ग की 100 मीटर दौड़ और 400 मीटर पुरूष वर्ग दौड़ का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ अंग्रेजी विभाग की प्रभारी श्रीमती कविता मंध्यान ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए किया। 400 मीटर (पुरूष वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. भाग-एक के सुधाकर निषाद को प्रथम स्थान, बी.काम. भाग-दो के विशाल कुमार को द्वितीय स्थान तथा बी.ए. भाग-एक के मनोज निषाद को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। महिला वर्ग में बी.एस-सी. भाग-तीन की नेहा चौरसिया को प्रथम स्थान, बी.काम. भाग-दो के माधुरी प्रजापति को द्वितीय स्थान तथा बी. ए. भाग-दो के सुधा यादव एवं बी.ए. भाग-एक की वन्दना चौहान को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ जबकि 100 मीटर दौड़ पुरूष वर्ग में बी.ए. भाग-एक के सुधाकर निषाद को प्रथम स्थान, बी.ए. भाग-एक के प्रदुम्न यादव को द्वितीय स्थान तथा बी.ए. भाग-एक के राजन चौहान को तृतीय स्थान तथा महिला वर्ग में बी.ए. भाग- तीन की नेहा चौरसिया को प्रथम स्थान, बी.ए. भाग-एक की सुषमा कुमारी को द्वितीय स्थान एवं बी.ए. भाग-दो की सुधा यादव को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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4 अप्रैलसमावेशी शिक्षा: संवैधानिक प्रावधानसमावेशी शिक्षा एक एसे ी शिक्षा प्रणाली है, जिसमे ं सामà
4 अप्रैलसमावेशी शिक्षा: संवैधानिक प्रावधान
समावेशी शिक्षा एक एसे ी शिक्षा प्रणाली है, जिसमे ं सामान्य बालक और मानसिक तथा शारीरिक रूप से बाधित बालक सभी एक साथ बैठकर एक ही विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करते हैं। समावेशी शिक्षा सभी नागरिकों के समान अधिकार की बात करती है। समावेशी शिक्षा विशिष्ट अधिगम के लिए नये आयाम प्रदान करती है। समावेशी शिक्षा में छात्रों की वैयक्तिक विभिन्नता का ध्यान रखा जाता है। समावेशी शिक्षा शिक्षा के अधिकार को प्राप्त करने के लिए एक सकारात्मक प्रभाव है। समावेशी शिक्षा का मुख्य सिद्वान्त भेदभाव रहित शिक्षा ही है। यह बातें महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़ गोरखपुर के बी.एड्. विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिन आज के मुख्य विषय समावेशी शिक्षा: संवैधानिक प्रावधान पर बी.एड्. विभाग के सहायक आचार्य श्री अभिषेक त्रिपाठी ने कही। मुख्य वक्ता के रूप में संबोधन करते हुए श्री अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि अनुच्छेद 14 यह उपबन्धित करता है कि भारत राज्य-क्षेत्र में किसी को विधि के समक्ष समता से अथवा विधियों के समान संरक्षण से राज्य द्वारा वंचित नहीं किया जा सकता। अनुच्छेद 21- छः से चौदह वर्ष के बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान है। शैक्षिक समायोजन का आशय उस शिक्षा व्यवस्था से है जिसमें सभी छात्रो ं की शिक्षा के प्रावधान से है जो वंि चत वर्ग, भाषा, धर्म, जाति, क्षेत्र व लिंग तथा शारीरिक तथा मानसिक दक्षता से ग्रसित है। समावेशी शिक्षा भेदभाव रहित शिक्षा, अभिभावक सहयोग लघुसमाज निर्माण, व्यक्तिक विभिन्नता व विशिष्ट कार्यक्रमों द्वारा शिक्षा प्रदान करने के 7 सिद्धांतों पर आधारित है। दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिन 56 छात्राध्यापक/छात्राध्यापिका सहित विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित रहे। डॉ. सुबोध कुमार मिश्र सूचना
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021
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28मार्च प्रकाशनार्थ
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में बी.एड्. विभाग के तत्वावधान में शैक्षिक प्रदर्शनी का आयोजन आज दिनांक 28.03.2022 को किया गया। सीता सभागार में आयोजित शैक्षिक प्रदर्शनी का शुभारम्भ दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के शिक्षा शास्त्र विभाग की संकाय अध्यक्ष प्रो. शोभा गौड़ ने माँ सरस्वती, युग पुरुष महन्त दिग्विजयनाथ जी एवं राष्ट्रसंत महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्ज्वलन के साथ के कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। छात्राध्यापकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. शोभा गौड़ ने कहा कि शैक्षिक प्रदर्शनी मूल्य के प्रदर्शन हैं, इससे विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास होता है। प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यार्थियों में मौलिकता विकसित होती है। प्रत्येक विद्यार्थी को शैक्षिक प्रदर्शनी में सहभाग करना चाहिए। विद्यार्थी अपने बौद्धिक व रचनात्मक प्रवृत्ति से अपने समाज, राष्ट्र के चतुर्दिक विकास में महती भूमिका निभा सकते हैं। इस तरह की प्रदर्शनी का आयोजन समय-समय पर निरन्तर किया जाना चाहिए। विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये विभिन्न माडल चार्ट प्रोजेक्टर जैसे - सशक्त ग्राम सम्बृद्ध भारत, प्रदूषण नियंत्रण, संतुलित आहार, सोलर पावर इरिगेशन एयर जो निक मशीन, फाक आर्ट एवं पेटिंग, इण्डो पैसिफिक क्षेत्र में आन्तरिक सुरक्षा नेट वर्किंग टोपोलाजी, फाइव ईयर प्लान-सरकार की भूमिका, गुरु गोरखनाथ अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम मुख्य आकर्षण के केन्द्र रहे। मुख्य अतिथि एवं महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ. विजय कुमार चौधरी सहित महाविद्यालय के शिक्षकगण द्वारा शैक्षिक प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। विद्यार्थियों द्वारा अपने-अपने माडल चार्ट, प्रोजेक्ट के बारे में अवलोकन कर्ता के सवालों पर उत्तर एवं संवाद किये गये। शैक्षिक प्रदर्शनी के उद्देश्य तथा समाज व राष्ट्र के लिए उपयोगिता पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये गये। शैक्षिक प्रदर्शनी का संयोजन बी.एड़ विभाग की सहायक आचार्य सुश्री दीप्ति गुप्ता ने किया। इस अवसर पर बी.एड्. प्रथम वर्ष के 56 छात्राध्यापक/छात्राध्यापिका सहित विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित रहें। सुबोध कुमार मिश्र सूचना ए
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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महन्त अवेद्यनाथ स्मृति शतरंज प्रतियोगिता
25 मार्च महन्त अवेद्यनाथ स्मृति शतरंज प्रतियोगिता
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में 22-25 मार्च, 2022 तक आयोजित वार्षिक खेल महोत्सव के चौथे दिन महिला और पुरूष वर्ग की महन्त अवेद्यनाथ स्मृति शतरंज प्रतियोगिता (बालक वर्ग) का निर्णायक मैच बी.ए.भाग तीन के अनुज कुमार वर्मा एवं बी.ए. प्रथम वर्ष के उत्तम श्रीवास्तव के बीच खेला गया। प्रतियोगिता में अनुज कुमार वर्मा की विजयी घोषित किया गया। शतंरज प्रतियोगिता (बालिका वर्ग) में बी.एस-सी. भाग एक की प्रिंसी शुक्ला को प्रथम तथा बी.ए. भाग एक की साक्षी पाण्डेय को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। निर्णायक के रूप में श्री झब्बर शर्मा, डॉ. एस.एन. शुक्ला, श्री चन्दन ठाकुर एवं श्रीमती कविता मन्ध्यान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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वर्तमान परिदृश्य मे ं ई0कामर्स का बाजार पर बढ़ता प्रभाव
24 मार्च वर्तमान परिदृश्य मे ं ई0कामर्स का बाजार पर बढ़ता प्रभाव
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में आज वाणिज्य विभाग द्वारा ’वर्तमान परिदृश्य मे ं ई0कामर्स का बाजार पर बढ़ता प्रभाव’ विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के कम्प्यूटर सांइस विभाग के सहायक आचार्य श्री सूरज मिश्रा ने विद्यार्थियों में सम्बोधित करते हुए कहा कि ई.कामर्स आय के बाजार की अनिवार्य आवश्यकता है। बाजार पर ई.कामर्स के बढ़ते प्रभाव पर भी प्रकाश डाला और वर्तमान समय में इसके बढ़ते विस्तार को भी बताया। उन्होने बताया कि जब हम वस्तुआंे और सवे ाओ ं का क्रय-विक्रय छाटे े स्तर स े लेकर बढ़े स्तर तक चलता है। मुख्य वक्ता ने ई.कामर्स के द्वारा व्यवसाय से व्यवसाय, व्यवसाय से उपभोक्ता, उपभोक्ता से व्यवसाय उपभोक्ता से उपभोक्ता कैसे जुड़े होते है इसके प्रक्रिया से विषय में भी विस्तार से बताया व इसके महत्व की चर्चा भी की। व्
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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बाबा गम्भीरनाथ स्मृति वालीबॉल प्रतियोगिता
24मार्च बाबा गम्भीरनाथ स्मृति वालीबॉल प्रतियोगिता
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में आयोजित वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव के तीसरे दिन योगिराज बाबा गम्भीरनाथ स्मृति वालीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री श्रीनिवास सिंह ने फीता काटकर किया। बालक वर्ग में कुल 4 टीमो ं ने प्रतिभाग किया। पथ््र ाम मुकाबला टीम महाराणा प्रताप एवं गुरु गोरक्षनाथ टीम के बीच हुआ महाराणा प्रताप टीम विजयी रहीं। दूसरा मुकाबला महन्त अवेद्यनाथ एवं बाबा गम्भीरनाथ टीम के बीच हुआ जिसमें गम्भीरनाथ टीम विजयी रहीं। प्रतियोगिता का निर्णायक मैच महाराणा प्रताप और गम्भीरनाथ टीम के बीच खेला गया जिसमें महाराणा प्रताप टीम को विजेता का सम्मान प्राप्त हुआ। बालिका वर्ग में कुल 4 टीमो ं ने प्रतिभाग किया। प्रथम मुकाबला रानी पद्मावती टीम एवं रानी लक्ष्मी बाई टीम के बीच हुआ जिसमें 2-1 से रानी पद्मावती टीम विजयी रहीं। प्रतियोगिता का निर्णायक मैच रनी पदमावती एवं रानी अहिल्याबाई टीम के बीच खेला गया जिसमें 2-0 से रानी पद्मावती टीम को विजेता का सम्मान प्राप्त हुआ।
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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23 मार्च प्रकाशनार्थ
महाराणा प्रताप पी.जी. कॉलेज, जंगल धूसड़, गोरखपुर में आज प्रार्थना सभा में ‘योग’ कार्यक्रम संचालित हुआ। योग में ‘ध्यान’ विषय पर वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य श्री सिद्धार्थ कुमार शुक्ल ‘ध्यान’ के महत्व पर चर्चा की और बताया कि ‘ध्यान’ आज आधुनिक जीवन को एकाग्रचिच्त करने में महती भूमिका निभा रहा है। ध्यान से मन की चंचलता एकाग्रचिच्त होता है और मानसिक शान्ति की अनुभूति होती है। यह तनाव को दूर करता है। ध्यान को जीवन चर्या में शामिल करने से हमें मानसिक बीमारियों से छुटकारा प्राप्त होता है।
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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दो दिवसीय योग कार्यशाला
23मार्च दो दिवसीय योग कार्यशाला
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर मे ं बी.एड्. विभाग के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय योग कार्यशाला के दूसरे दिन आसन और प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। बी.एड्. द्वितीय वर्ष के छात्राध्यापक श्री ऋषभ सिंह ने योगासन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि योग का अर्थ जोड़ना या जीवात्मा काी परमात्मा से मिल जाना, पूरी तरह एक हो जाना ही योग है। योग के द्वारा शरीर मन और प्राण की शुद्धि होती है। हमारे योग दर्शन मं े आठ प्रकार क े साधनो ं की चर्चा की गयी है। योग कार्यशाला में विभिन्न प्रकार के असनां े का अभ्यास कराते हुए उन्हांेन े बताया कि आसन शरीर की वह स्थिति है, जिससे आप अपने शरीर व मन को शांत स्थिर और सुख पर्वू क रख सकते है आसनां े का अभ्यास शारीरिक, मानसिक एव ं आध्यात्मिक रूप से स्वास्थ लाभ व उपचार के लिए किया जाता है। आसनो ं के दो समूह हैं गतिशील आसन व स्थिर आसन। स्वास्तिकासन ध्यान केन्द्रित करने का आसन है, वही गोमुखासन, धातुरोग, यकृत, संधिवात तथा गठिया को दूर करने में मदद करता है। श्री
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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दो दिवसीय योग कार्यशाला
22 मार्च दो दिवसीय योग कार्यशाला
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में बी.एड्. विभाग के तत्वावधान में दिनांक 22.03.2022 को दो दिवसीय योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिन योगासन में सूर्य नमस्कार अनुलोम विलोम, कपालभांति, भ्रामरी प्राणायाम के बारे में बताया गया। योगासन में सूर्य नमस्कार पर प्रकाश डालते हुए बी.एड्. द्वितीय वर्ष के छात्राध्यापक श्री ऋषभ सिंह ने कहा कि सूर्य नमस्कार भारतीय योग परम्परा का अद्भुत उपहार है। यह विभिन्न आसनों और व्यायाम का समन्वय है। इससे शरीर के सभी अंगों का पूरा व्यायाम हो जाता है। इस प्रक्रिया से शरीर का शुद्धीकरण और ऊर्जा का संचार होता है। सूर्य नमस्कार तन, मन और वाणी से की गयी उपासना है। सरल उपासना और सौम्य संतुलन सूर्य नमस्कार की प्रमुख विशेषता है। यह व्यायाम बारह आसनों का समूह है। अनुलोम-विलोम प्राणायाम, फेफडे़ को शक्तिशाली, तनाव व चिन्ता को कम करता है। कपालभांति प्राणायाम बुद्धि को तीक्ष्ण व स्वच्छ बनाता है। आगे भ्रामरी प्राणायम पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह एक श्वास व्यायाम है। इसके द्वारा थकान, व मानसिक तनाव को दूर करने में मदद करता है। श्री ऋषभ सिंह ने सभी छात्राध्यापक तथा छात्राध्यापिकाओं को सू
📅 08-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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गुरु श्रीगोरक्षनाथ स्मृति कबड्डी प्रतियोगिता
22 मार्च गुरु श्रीगोरक्षनाथ स्मृति कबड्डी प्रतियोगिता
उद्घाटन सत्र के पश्चात् गुरु श्रीगोरक्षनाथ स्मृति कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. शिवकुमार बर्नवाल ने फीता काट कर किया। कबड्डी प्रतियोगिता (बालक वर्ग) में कुल 8 टीमों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता का फाइनल मैच अवेद्यनाथ टीम तथा दिग्विजयनाथ टीम के बीच खेला गया, जिसमें 23-04 से दिग्विजयनाथ टीम को विजेता घोषित किया। कबड्डी प्रतियोगिता (बालिका वर्ग) का फाइनल मैच रानी लक्ष्मीबाई टीम तथा रानी अहिल्याबाई टीम के बीच खेला गया, जिसमें 16-15 से रानी आहिल्याबाई टीम को विजेता घोषित किया। आज ही भाला क्षेपण, गोला क्षेपण तथा चक्का क्षेपण (बालक/बालिका वर्ग) का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का शुभारम्भ महाविद्यालय के उप-प्राचार्य डॉ. विजय कुमार चौधरी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए किया। भाला क्षेपण (बालक वर्ग) प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रजनीश कुमार शर्मा (बी.काम भाग तीन), द्वितीय स्थान अमित कुमार चौरसिया (बी.एस-सी. भाग तीन) तथा तृतीय स्थान विजय सिंह (एम.एस-सी भाग एक प्रथम सेमेस्टर) को प्राप्त हुआ, जबकि भाला क्षेपण (बालिका वर्ग) प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंगीरा सिंह (बी.एस-सी. भाग तीन), द्वितीय स्थान ममता मिश्रा (बी.ए.भाग एक) तथा तृतीय स्थान स्वाती (बी.ए. भाग तीन) को प्राप्त हुआ।
📅 06-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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प्रकाशनार्थ
12 मार्च प्रकाशनार्थ
इस संसार में जो भी वस्तु है उन सभी वस्तुओं का अपना एक धर्म होता है। यह धर्म सजीव एवं निर्जीव दोनों वस्तुओं का होता है। उसी धर्म से उसकी पहचान होती है और वह अन्य सभी वस्तुओं से भिन्न होता है। और जब वह वस्तु अपना धर्म खोने लगती है तो वह अपनी पहचान और अपना अस्तित्व दोनों खो देती है। इसी प्रकार मानव और समाज का भी अपना धर्म होता है जिसे खो देने पर उसकी पहचान और आस्तित्व समाप्त हो जाता है। भारतीय समाज और भारत देश का भी अपना एक विशेष धर्म है। महर्षि कणाद ने कहा कि ‘यतो अभ्युदय निःश्रेयस सिद्धिः सधर्मः’ अर्थात जिससे मनुष्य का लौकिक एवं आध्यात्मिक उन्नति हो वही धर्म है। वेद हमारी संस्कृति और समाज की एक पहचान हैं जिसकी झलक पूरे भारत में हमें विभिन्न रूपों में दिखाई देती है।
📅 03-May-2023   | 📌 सत्र: 2021-22
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दो दिवसीय योग कार्यशाला
22 मार्च दो दिवसीय योग कार्यशाला
महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में बी.एड्. विभाग के तत्वावधान में दिनांक 22.03.2022 को दो दिवसीय योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिन योगासन में सूर्य नमस्कार अनुलोम विलोम, कपालभांति, भ्रामरी प्राणायाम के बारे में बताया गया। योगासन में सूर्य नमस्कार पर प्रकाश डालते हुए बी.एड्. द्वितीय वर्ष के छात्राध्यापक श्री ऋषभ सिंह ने कहा कि सूर्य नमस्कार भारतीय योग परम्परा का अद्भुत उपहार है। यह विभिन्न आसनों और व्यायाम का समन्वय है। इससे शरीर के सभी अंगों का पूरा व्यायाम हो जाता है। इस प्रक्रिया से शरीर का शुद्धीकरण और ऊर्जा का संचार होता है। सूर्य नमस्कार तन, मन और वाणी से की गयी उपासना है। सरल उपासना और सौम्य संतुलन सूर्य नमस्कार की प्रमुख विशेषता है। यह व्यायाम बारह आसनों का समूह है।
📅 03-May-2023   | 📌 सत्र: 2021
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प्रकाशनार्थ
14 मार्च प्रकाशनार्थ
महाराणा प्रताप पी.जी कॉलेज, जंगल धूसड़, गोरखपुर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय विशेष शिविर के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए स्वामी विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के जीवनव्रती कार्यकर्ता श्री अश्वनी कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना व्यक्तित्व विकास, समाज सेवा की भावना और राष्ट्रनिर्माण में महती भूमिका निभाती है। स्वच्छता राष्ट्रीय सेवा योजना का मूल मंत्र है जो आज सम्पूर्ण भारत का अभियान बन गया है। अनुशासन और सहनशीलता के माध्यम से आनन्द और ऊर्जा की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करने का बड़ा माध्यम है राष्ट्रीय सेवा योजना का यह शिविर। जीवन और जगत का भला करने के बड़े उद्देश्य हेतु राष्ट्रीय सेवा योजना एक वृहद मंच प्रदान करता है। यह समूहिकता की भावना का विस्तार करने की प्रेरणा का अवसर प्रदान करने वाला महत्वपूर्ण प्रकल्प है। स्वयं के अन्दर सकारात्मक सोच पैदा करने में सामुदायिकता की भावना बल प्रदान करती है। अन्तिम समय तक अच्छा सोचें, परिणाम अवश्य मिलेगा। सामान्जस्य और धैर्य का समन्वय ही सफलता की गारंटी है। प्रकृति से मानव जीवन का सामान्जस्य भविष्य के भारत का आधार है। दायित्व और कर्त्तव्य के प्रति समर्पण का यही बोध राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर का उद्देश्य है।
📅 03-May-2023   | 📌 सत्र: 2021