28मारà¥à¤š पà¥à¤°à¤•ाशनारà¥à¤¥
महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, जंगल धूसड़, गोरखपà¥à¤° में बी.à¤à¤¡à¥. विà¤à¤¾à¤— के ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ का आयोजन आज दिनांक 28.03.2022 को किया गया। सीता सà¤à¤¾à¤—ार में आयोजित शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ दीनदयाल उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ गोरखपà¥à¤° विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, गोरखपà¥à¤° के शिकà¥à¤·à¤¾ शासà¥à¤¤à¥à¤° विà¤à¤¾à¤— की संकाय अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹. शोà¤à¤¾ गौड़ ने माठसरसà¥à¤µà¤¤à¥€, यà¥à¤— पà¥à¤°à¥à¤· महनà¥à¤¤ दिगà¥à¤µà¤¿à¤œà¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ जी à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¸à¤‚त महनà¥à¤¤ अवेदà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ जी महाराज की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ पर पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤°à¥à¤šà¤¨ व दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ के साथ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤†à¥¤ छातà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•ों को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹. शोà¤à¤¾ गौड़ ने कहा कि शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ मूलà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ हैं, इससे विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का बौदà¥à¤§à¤¿à¤• विकास होता है। पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ के माधà¥à¤¯à¤® से विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में मौलिकता विकसित होती है। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ को शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ में सहà¤à¤¾à¤— करना चाहिà¤à¥¤ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ अपने बौदà¥à¤§à¤¿à¤• व रचनातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से अपने समाज, राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के चतà¥à¤°à¥à¤¦à¤¿à¤• विकास में महती à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ सकते हैं। इस तरह की पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ का आयोजन समय-समय पर निरनà¥à¤¤à¤° किया जाना चाहिà¤à¥¤ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाये गये विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ माडल चारà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤° जैसे - सशकà¥à¤¤ गà¥à¤°à¤¾à¤® समà¥à¤¬à¥ƒà¤¦à¥à¤§ à¤à¤¾à¤°à¤¤, पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण नियंतà¥à¤°à¤£, संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार, सोलर पावर इरिगेशन à¤à¤¯à¤° जो निक मशीन, फाक आरà¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ पेटिंग, इणà¥à¤¡à¥‹ पैसिफिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ नेट वरà¥à¤•िंग टोपोलाजी, फाइव ईयर पà¥à¤²à¤¾à¤¨-सरकार की à¤à¥‚मिका, गà¥à¤°à¥ गोरखनाथ अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¡à¤¿à¤¯à¤® मà¥à¤–à¥à¤¯ आकरà¥à¤·à¤£ के केनà¥à¤¦à¥à¤° रहे। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि à¤à¤µà¤‚ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के उप पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डॉ. विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° चौधरी सहित महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के शिकà¥à¤·à¤•गण दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ का अवलोकन किया गया। विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने-अपने माडल चारà¥à¤Ÿ, पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ के बारे में अवलोकन करà¥à¤¤à¤¾ के सवालों पर उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤µà¤‚ संवाद किये गये। शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ तथा समाज व राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिठउपयोगिता पर अपने-अपने विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये गये। शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ का संयोजन बी.à¤à¥œ विà¤à¤¾à¤— की सहायक आचारà¥à¤¯ सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ दीपà¥à¤¤à¤¿ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने किया। इस अवसर पर बी.à¤à¤¡à¥. पà¥à¤°à¤¥à¤® वरà¥à¤· के 56 छातà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•/छातà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¿à¤•ा सहित विà¤à¤¾à¤— के सà¤à¥€ शिकà¥à¤·à¤• उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहें। सà¥à¤¬à¥‹à¤§ कà¥à¤®à¤¾à¤° मिशà¥à¤° सूचना à¤
📅 08-May-2023 | 📌 सत्र: 2021-22